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विश्व शतरंज चैंपियनशिप के पहले गुकेश से जुड़े माइंड गुरु पैडी अप्टन

by Niklesh Jain - 29/10/2024

भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश ने शतरंज विश्व चैम्पियनशिप 2024 में चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ मुकाबले से पहले अपने मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए पैडी अप्टन को मेंटल कंडीशनिंग कोच के रूप में नियुक्त किया है। अप्टन, जो पहले 2011 में विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम और 2024 में ओलंपिक हॉकी कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के साथ काम कर चुके है , गुकेश के प्रदर्शन को महत्वपूर्ण क्षणों में और मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। गुकेश और चीन के डिंग लीरेंन के बीच होने वाली विश्व शतरंज चैंपियनशिप को शुरू होने में अब एक माह से भी कम समय बचा है ऐसे में दुनिया भर के शतरंज प्रेमी बेसब्री से इस मुक़ाबले का इंतजार कर रहे है । पढे यह लेख 

माइंड गुरु पैडी अप्टन होने विश्व चैंपियनशिप में गुकेश के साथ 

शतरंज जो लंबे समय तक एक मानसिक खेल के तौर पर ही जाना जाता रहा और आज के दौर में इसे डबल्यूके स्वस्थ्य शरीर का खेल कहा जाता है अब हर बदलते दिन के साथ और आधुनिक और प्रतिस्पर्धी होते जा रहा है और ऐसे में खिलाड़ी भी अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए पूरी तरह से सजग है । विश्व शतरंज चैंपियनशिप से पहले माइंड गुरु पैडी अप्टन की गुकेश से जुडने की आज आधिकारिक जानकारी सामने आई है । 

वैसे तो सिंगापुर में 25 नवंबर से 13 दिसंबर तक होने जा रही विश्व शतरंज चैंपियनशिप में भारत के इस मुकाबले में 18 वर्षीय गुकेश को जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है पर यह बात भी इतनी ही सच है की चीन के वर्तमान विश्व चैम्पियन डिंग लीरेन कोप जहां विश्व चैंपियनशिप खेलने और उसके दबाव का अनुभव करने का अनुभव है तो गुकेश के लिए इस दबाव से गुजरना एक नया अनुभव होगा ।

हाल ही में संपन्न शतरंज ओलंपियाड में गुकेश ने बोर्ड वन पर व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता था, और उनकी फॉर्म शानदार रही है।

अप्टन नें गुकेश के नींद चक्र और सही समय पर उनकी शरीर में ऊर्जा के उचित बहाव पर ध्यान देने की योजना से गत दिवस मीडिया को अवगत कराया है,उन्होने इंडियन एक्स्प्रेस से बात की । 

अप्टन ने बताया कि उनका लक्ष्य गुकेश की तीव्रता बढ़ाना है और बड़े क्षणों में गुकेश को अपने सर्वश्रेष्ठ पर रखना है। उन्होंने कहा, “प्रदर्शन के बड़े क्षणों में सब कुछ सही हो सकता है, लेकिन यदि तीर तेज नहीं है, तो वह निशाने को भेद नहीं पाएगा। खेल में अब मानसिक लाभ को लेकर और अधिक पहचान हो रही है कि यह क्षणों में दबाव को कैसे कम कर सकता है।”

शतरंज का खेल अब लगातार और आधुनिक तो हो ही रहा है अब इसके खिलाड़ी भी अपने आपको बड़े मुकाबलों में उतराने के पहले हर स्तर पर तैयारी करते है । शतरंज के खिलाड़ियों के साथ उनके विरोधी के खिलाफ तैयारी करने के लिए सहायक कोचो की टीम भी होती है जिन्हे सेकंडस कहा जाता है , वैसे तो हमेशा खिलाड़ी अपनी इस टीम के सदस्यों के नाम अंतिम समय तक छुपा कर रखते है । देखना होगा की आने वाले समाय में गुकेश और डिंग की इस टीम के बारे में क्या जानकारी सामने आती है

 

 

 


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