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श्रीनाथ बने कोलकाता इंटरनेशनल के सरताज

by Niklesh Jain - 23/05/2018

कोलकाता से शुरू हुए ग्रीष्मकालीन ग्रांड मास्टर शतरंज प्रतियोगिताओं की सीरीज के पहले पड़ाव पर भारतीय शतरंज खिलाड़ियों नें अपने शानदार प्रदर्शन से भारत का दबदबा साबित किया । अंतिम तीन राउंड में भारतीय खिलाड़ियों नें अपने प्रदर्शन से शीर्ष 5 में से 4 स्थानो में कब्जा जमा लिया । एयर इंडिया के श्रीनाथ नारायण उड़ान भरते हुए अपने खेल जीवन से सबसे अच्छे दौर में पहुँच गए है और उन्होने अपराजित रहते हुए इस मजबूत प्रतियोगिता को जीतकर अपने बेहतर भविष्य का संकेत दिया है । भारतीय शतरंज के रजनीकान्त ग्रांड मास्टर  दीपन चक्रवर्ती नें दूसरा राउंड हारने के बाद अंतिम 7 में से 6.5 अंक जुटाकर दूसरा स्थान हासिल कर एक बार फिर अपने कभी भी हार ना मानने की क्षमता का परिचय दिया । वही फीडे के अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल दिग्गज नाइजल शॉर्ट को भारत के युवा अर्जुन एरगासी नें ड्रॉ पर रोककर तीसरा स्थान ही हासिल करने दिया । शानदार सुविधाओं से भरा हुआ कोलकाता ओपन अनगिनत यादें समेटे अपने इस संस्करण के लिए हमेशा याद किया जाएगा । पढे यह लेख । 

कोलकाता , पश्चिम बंगाल . भारत के ग्रीष्म कालीन शतरंज सर्किट के पहले पड़ाव कोलकाता इंटरनेशनल ग्रांडमास्टर शतरंज टूर्नामेंट भारत के दबदबे के साथ समाप्त हुआ प्रतियोगिता में शीर्ष 5 में से 4 स्थान भारतीय खिलाड़ियों नें हासिल किए तो शीर्ष 10 में भी 5 भारतीय खिलाड़ी रहे । भारत के ग्रांड मास्टर नारायण श्रीनाथ नें देश को गौरव दिलाते हुए अंतिम मैच में अपने आधा अंक की बढ़त का फायदा लेते हुए हमवतन श्याम सुंदर से ड्रॉ खेलते हुए 7.5 अंक बनाए और बेहतर टाईब्रेक के आधार पर खिताब अपने नाम कर लिया ।

राउंड 9 के मैच  

अखिल भारतीय शतरंज संघ के सचिव भारत सिंह चौहान जी नें अंतिम राउंड का उदघाटन किया 

एक समय श्रीनाथ को भारतीय शतरंज की बड़ी खोज माना गया था और 2005 में जब वह विश्व अंडर 12 चैम्पियन बने तो उनसे जल्द ही ग्रांड मास्टर बनने की उम्मीद सभी को थी पर उसके बाद उन्हे ग्रांड मास्टर बनने में 13 साल का और समय लग गया । इस दौरान उनके बाद शतरंज शुरू करने वाले भी कई खिलाड़ी उनसे आगे निकल गए पर श्रीनाथ नें ना तो खेल छोड़ा और ना ही मेहनत  और पिछले दिनो ग्रांड मास्टर का अपना बहुप्रतीक्षित खिताब हासिल करने के बाद उनमे एक अलग ही बदलाव नजर आया और इस कोलकाता ओपन का खिताब हासिल कर उन्होने अपने रेटिंग 2550 के पास पहुंचा दी है और यह उनके खेल जीवन का सबसे बेहतरीन दौर होने का परिचायक है । और लगता है एयर इंडिया के श्रीनाथ नें अब उड़ान भर ली है ! बधाई श्रीनाथ !

अविजित श्रीनाथ के प्रदर्शन खुद उनके विजेता बनने की गवाही है !

अंतिम राउंड में श्याम सुंदर नें श्रीनाथ के  साथ ड्रॉ खेला और श्रीनाथ के लिए यह खिताब जीतने के लिए काफी था । फोटो - अमृता मोकल 

भारत के ही ग्रांड मास्टर दीपन चक्रवर्ती नें अंतिम राउंड में दीप सेनगुप्ता को पराजित करते हुए 7.5 अंको पर ही उपविजेता का स्थान हासिल किया ।

भारतीय शतरंज जगत के रजनीकान्त कहे जाने वाले सबसे मेहनती और हार ना मानने वाले खिलाड़ी दीपन चक्रवर्ती नें भी अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया और शानदार खेल दिखाकर दूसरा स्थान हासिल किया । फोटो -शाहिद 

दूसरे राउंड मे हार के बाद दीपन नें पीछे मुड़कर नहीं देखा और अंतिम 7 राउंड मे असाधारण 6.5 अंक बनाए !

एक शानदार शुरुआत के बाद दीप सेनगुप्ता के लिए अंतिम दोनों राउंड बेहद बुरे साबित हुए 

वही टॉप सीड ग्रांड मास्टर नाइजल शॉर्ट को अंतिम राउंड में भारत के युवा अर्जुन एरगासी से ड्रॉ खेलने पर मजबूर होना पड़ा और वह 7 अंको के साथ तीसरे स्थान पर रहे । 

विश्व शतरंज संघ के अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक उम्मीदवार बनने के बाद शॉर्ट के लिए यह प्रतियोगिता में पूरा ध्यान लगाना आसान नहीं था पर अंत में वह अपराजित रहते हुए तीसरे स्थान पर आने में सफल रहे और इसे भी अच्छा प्रदर्शन ही कहा जाएगा । फोटो -शाहिद 

4 ड्रॉ और 5 जीत के साथ नाइजल अपनी रेटिंग मे 3.3 अंक जोड़ने मेँ कामयाब रहे 

अर्जुन एरगासी नें भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया और यह कहना अब सिर्फ औपचारिकता होगी की वह भारत के जल्द ही अगले ग्रांडमास्टर होंगे । 
2500 रेटिंग पार करने के बाद और अपना पहला ग्रांड मास्टर नार्म लेने के बाद उन्होने चेसबेस इंडिया से बातचीत 

अन्य खिलाड़ियों में 7 अंको पर ही टाईब्रेक के आधार पर श्यामसुंदर चौंथे ,अर्जुन एरगासी पांचवें और हर्षा भारतकोठी छठे स्थान पर रहे । 6.5 अंको पर टाईब्रेक के आधार पर उक्रेन के एडम तुखेव सातवे , रूस के रोजुम इवान आठवे ,रूस के व्लादिमीर बुर्मकिन नौवे और तजाकिस्तान के ओमाण्टोव फारुख दसवे स्थान पर रहे ।

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