सुपरयूनाइटेड रैपिड – गुकेश की लगातार 5वीं जीत, मैगनस को दी मात
क्रोएशिया में चल रही 2025 ग्रैंड चेस टूर की महत्वपूर्ण प्रतियोगिता सुपरयूनाइटेड रैपिड और ब्लिट्ज का दूसरा दिन भी वर्तमान विश्व चैम्पियन डी गुकेश के नाम रहा। अपना पहला ही मुकाबला हारने के बाद गुकेश ने पहले दिन शानदार वापसी करते हुए 2 बाज़ियाँ जीती थीं। गुकेश के लिए दूसरा दिन पहले दिन से भी बेहतर रहा और उन्होंने अपनी तीनों बाज़ियाँ जीतकर प्रतियोगिता में 2 अंकों की एकल बढ़त बना ली है। नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को चौथे, अमेरिका के फबियानो कारुआना को पाँचवें और विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को छठे मुकाबले में हराकर अपनी लगातार 5वीं जीत हासिल की। प्रज्ञानन्दा की दूसरे दिन की तीनों बाज़ियाँ ड्रॉ रहीं और उन्होंने मैगनस कार्लसन, फबियानो कारुआना और अनीश गिरी के साथ ड्रॉ खेला।आज की बाज़ियों में गुकेश को नीदरलैंड्स के अनीश गिरी, क्रोएशिया के ही इवान सारिच और अंतिम बाज़ी में अमेरिका के वेसली सो से खेलना है। गुकेश की नज़र अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए आज की बाज़ियाँ जीतकर ख़िताब उठाने पर होगी। पढे यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
लगातार 5वीं जीत से दिया उठ रहे सवालों का करारा जवाब
पिछले ही वर्ष सिंगापुर में डिंग लिरेन को क्लासिकल शतरंज में हराकर विश्व चैम्पियन बने गुकेश क्लासिकल शतरंज के तो शानदार खिलाड़ी हैं ही, पर कई लोग उन्हें रैपिड और फटाफट शतरंज में कुछ ख़ास नहीं समझते थे। पर गुकेश ने इस निंदा को ही एक सकारात्मक ऊर्जा और मोटिवेशन बनाकर अब रैपिड शतरंज में भी खुद को साबित करना ठान लिया है। गुकेश ने पिछले ही महीने मैगनस को नॉर्वे चेस में हराया था और काफ़ी सुर्ख़ियाँ बटोरी थीं। हालाँकि उस जीत से ज़्यादा लोगों ने मैगनस की हार बर्दाश्त न कर पाने की क्षमता को भी देखा था और भारत के साथ-साथ विश्व में भी गुकेश ने खूब सुर्खियाँ बटोरी थीं। पर शायद मैगनस इस बार क्रोएशिया चेस में उस हार को भुलाकर अपना बदला पूरा करने आए थे, पर ऐसा हो न सका और गुकेश ने उन्हें फिर एक बार हराकर प्रतियोगिता में अपनी लगातार 5वीं जीत हासिल कर ली।अंतिम दिन के बचे हुए 3 राउंड्स से पहले गुकेश पहले स्थान पर 2 पॉइंट की बढ़त के साथ आगे बने हुए हैं।
दिन की पहली बाज़ी में गुकेश ने काले मोहरों से खेलते हुए उज़बेकिस्तान के अब्दुसत्तोरोव नोदिरबेक को निम्ज़ो इंडियन डिफेन्स में शानदार मात दी। ओपनिंग ख़त्म होते-होते ही खेल पर गुकेश ने बढ़त बना ली थी और 16वीं चाल पर अपने प्यादे को कुर्बान कर उन्होंने अब्दुसत्तोरोव के राजा को बोर्ड के बीच में ही रहने पर मजबूर कर दिया और यही उनकी जीत का कारण बना। अब अब्दुसत्तोरोव न तो किंग साइड कास्टल कर सकते थे न ही क्वीन साइड और चंद क्षणों बाद ही अब्दुसत्तोरोव के राजा को गुकेश ने अपने मोहरों से पूरी तरह से घेरकर उन्हें हार मानने पर मजबूर कर दिया। यह गुकेश की कल के दिन की पहली जीत और प्रतियोगिता की लगातार तीसरी जीत थी।
इसके बाद बारी थी विश्व नंबर 3 खिलाड़ी अमेरिका के फबियानो कारुआना की। इंग्लिश ओपनिंग खेलने का निर्णय गुकेश पर भारी पड़ता दिख रहा था और खेल की शुरुआत में ही कारुआना ने शानदार स्थिति बना ली थी और उनके मोहरे भी काफ़ी मज़बूत दिख रहे थे। पर 19वीं चाल पर काफ़ी शांत 19.Bf6 खेलकर उन्होंने गुकेश को वापसी का मौका दे दिया और गुकेश ने पोज़िशन में एकमात्र सही चाल ढूँढ़ी भी और चली भी। और एक बार जो गुकेश ने खेल में बढ़त बनाई वह उन्होंने कारुआना को हराने तक जाने नहीं दी और विश्व शतरंज जगत भी गुकेश की फाइटिंग स्पिरिट से भली-भाँति वाक़िफ़ है और सभी जानते हैं कि गुकेश एक बार मज़बूत स्थिति में आने के बाद अपने विरोधियों को कोई मौका नहीं देते। 59 चाल चली इस बाज़ी को रूक एंडगेम में ले जाकर गुकेश ने जीत हासिल की।
अंतिम और इस प्रतियोगिता के सबसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में से एक में काले मोहरों से खेलते हुए गुकेश ने रिवर्स्ड सिसिलियन डिफेन्स खेलने का निर्णय लिया। खेल से पहले भी मैगनस कार्लसन ने गुकेश को कई बार इस समय शैली में कमज़ोर बताया है और इस प्रतियोगिता में भी वह यह बात कह चुके थे, पर वह नहीं जानते थे कि भारतीय खिलाड़ी के लिए ये बातें सिर्फ़ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनेंगी और उन्हीं की बातें उन पर भारी साबित होंगी।हालाँकि मैगनस ने ओपनिंग में मज़बूत स्थिति तो बना ली थी और खेल का पलड़ा उनकी तरफ़ झुकता भी नज़र आ रहा था, पर जैसा कि आप सभी जानते हैं कि गुकेश कभी भी हार नहीं मानते और उसी का उदाहरण उन्होंने इस बाज़ी में भी दिया। मैगनस ने 23वीं चाल पर b4 खेल अपनी बढ़त तो गंवाई ही, साथ ही गुकेश को भी वापसी का मौका दे दिया और मिडल गेम में अपने राजा के इर्द-गिर्द बने प्रेशर को मैगनस ज़्यादा समय तक झेल नहीं पाए और 49वीं चाल पर हाथ बढ़ाकर अपनी हार स्वीकार की। यह जीत भारतीय खिलाड़ी और भारतीय दर्शकों के लिए काफ़ी मीठी है।
प्रज्ञानन्दा अभी भी अपनी पहली जीत की तलाश में हैं और कल हुए मुकाबलों में कुछ मज़बूत ड्रॉ खेले। चौथे मुक़ाबले में अमेरिका के कारुआना को उन्होंने काले मोहरों से ड्रॉ पर रोका, तो वहीं मैगनस से हुए पाँचवें राउंड में 74 चाल चली बाज़ी का नतीजा भी ड्रॉ ही रहा और दोनों ही खिलाड़ी पत्थर से पानी निकालने का प्रयास करते तो नज़र आए, पर विफल रहे। दिन के अंतिम मुक़ाबले में अनीश गिरी से खेलते हुए ओपनिंग में ही चालें दोहरा कर दोनों खिलाड़ियों ने बाज़ी ड्रॉ करने का निर्णय लिया।
6 चक्रों के बाद 5 जीत के साथ 10 अंक पर चल रहे भारत के डी गुकेश अभी प्रतियोगिता के शिखर पर हैं। वहीं 8 अंकों के साथ पोलैंड के डूडा दूसरे और 7 अंकों के साथ अमेरिका के वेसली सो तीसरे स्थान पर हैं। आज होने वाले मुक़ाबले भी रोमांच से भरपूर होने की पूरी उम्मीद है और अगर गुकेश अपना विजयी रथ जारी रखते हैं तो वह क्रोएशिया रैपिड आसानी से अपने नाम कर लेंगे।